आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में स्थित लेपाक्षी मंदिर की सबसे रहस्यमयी बात हवा में लहराते हुए इसके खंभे हैं। वैज्ञानिक भी इस रहस्य से पर्दा नहीं उठा पाए हैं। इस मंदिर के बारे में पौराणिक कहानियां भी हैं। लेपाक्षी मंदिर भारत में कई मंदिर हैं, जिनके दर्शन करके आप थक जाएंगे, लेकिन ये अनगिनत हैं। यहां कई ऐसे मंदिर हैं, जो कई अनोखे रहस्य छुपाए हुए हैं। विज्ञान भी अब तक इन रहस्यों से पर्दा नहीं उठा पाया है। इनमें से एक मंदिर आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में स्थित है। इस मंदिर का नाम लेपाक्षी मंदिर है।
दुनिया भर से आते है लोग देखने
![](https://www.navsavera.in/wp-content/uploads/2023/12/image-361.png)
लेपाक्षी मंदिर की सबसे रहस्यमयी चीज़ हवा में लहराते हुए खंभे हैं। वैज्ञानिक भी इस रहस्य से पर्दा नहीं उठा पाए हैं। आइए हम आपको इस मंदिर के भ्रमण पर ले चलते हैं और आपको इसकी ब्रैकट बीम से परिचित कराते हैं। प्राचीन मान्यताओं के अनुसार लेपाक्षी मंदिर का उल्लेख रामायण में भी मिलता है। माना जाता है कि यह वही स्थान है जहां जटायु घायल होकर गिरे थे। जब रावण ने सीता माता का अपहरण कर लिया तो जटायु ने उनका पीछा किया और उन्हें बचाया। इसी समय रावण ने जटाय के पंख काटकर उसे घायल कर दिया।
लटका हुआ स्तंभ
लेपाक्षी मंदिर को हैंगिंग पिलर टेम्पल के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर में 70 खंभे हैं। इनके बीच एक स्तंभ है जो जमीन से जुड़ा नहीं है, यानी यह स्तंभ हवा में लटका हुआ है। यहां आने वाले प्रत्येक पर्यटक को देखने के लिए खंभे के नीचे कपड़े का एक टुकड़ा अवश्य छोड़ना चाहिए। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि ये खंभे जमीन से आधा इंच ऊपर हैं।
अनोखा शिवलिंग
![](https://www.navsavera.in/wp-content/uploads/2023/12/image-363.png)
यह भी पढ़े – कार्डबोर्ड का बिजनेस शुरु कर आप भी कर सकते है पुरे साल मोटी कमाई, जाने इस बिजनेस से फायदे
लेपाक्षी मंदिर सबसे अलग शिवलिंग भी देखने को मिलेगा। यह जो शिवलिंग है यह मंदिर के पीछे बना हुआ है इस शिवलिंग की खास बात यह है कि इसका निर्माण एक विशाल सर्प के नीचे हुआ है।
लेपाक्षी मंदिर – इस स्थान तक कैसे पहुँचें?
![](https://www.navsavera.in/wp-content/uploads/2023/12/image-364.png)
यह भी पढ़े – रहती है इस बिजनेस की पुरे साल भारी डिमांड, आप भी शुरु कर कमा सकते है अधिक मुनाफा, जाने इस बिजनेस के बारे में
अगर आप लेपाक्षी मंदिर जा रहे हैं तो बेंगलुरु हवाई अड्डा सबसे नजदीक है। लेपाक्षी मंदिर 120 किमी दूर है। पक्षी मंदिर का निकटतम रेलवे स्टेशन हिंदूपुर है जो मंदिर से लगभग 14 किलोमीटर दूर है।