Thursday, July 25, 2024
HomeKHETI KISANIपोषक तत्व से भरपूर पालक की खेती से किसान कमाएंगे अधिक मुनाफा,...

पोषक तत्व से भरपूर पालक की खेती से किसान कमाएंगे अधिक मुनाफा, जाने इसकी खेती के लिए मौसम और खेती से जुड़ी जानकारिया

किसानों के लिए पालक की खेती करना बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है। पालन की खेती से वह अच्छा मुनाफा कमा सकते है। क्योकि इसकी डिमांड मार्किट में हमेशा रहती है। पालक बहुत ही लोकप्रिय पत्तेदार सब्जी के रूप में जानी जाती है। और इसकी खास बात यह है की इसकी खेती पुरे साल की जा सकती है। पालक की सब्जियां विटामिन ए और सी के साथ-साथ प्रोटीन और कैल्शियम, खेती के लिए आयरन, फास्फोरस आदि जैसे खनिजों लवण भरपूर मात्रा में पाए जाते है। पालक का इस्तेमाल सब्जी भाजी सुप के रूप में भी किया जाता है। तो जानते हिअ इसकी खेती से जुड़ी जानकारिया,

पालक की खेती के लिए मौसम

यह भी पढ़े –इस फल की खेती कर आप भी कमा सकते है लाखों रुपय, जाने इसकी उन्नत किस्मे और खेती करने के तरीके

पालक की खेती पुरे साल की जा सकती है। पालक को एक या दो महीने की भीषण गर्मी को छोड़कर पूरे साल महाराष्ट्र में इसकी खेती की जाती है। ठण्ड के मौसम में इसकी खेती करना बहुत ज्यादा लाभकारी होता है। तथा इस मौसम में इसकी पैदावार अधिक ज्यादा निकलती है। ऑल ग्रीन, पूसा पालक, पूसा ज्योति एवं पूसा हरित इसकी पालक की यह उन्नत किस्मे होती है।

इस खेती में मिट्टी

पालक की खेती आप किसी भी प्रकार की मिटटी में कर सकते है। पालक नमकीन मिट्टी अच्छी तरह से उगाई जा सकती है। पालक को लवणीय भूमि में भी उगाया जाता है। जहा दूसरे फसल की खेती नहीं कर सकते है। पालक की खेती के लिए दोमट मिटटी भी अच्छी मानी जाती है। इस तरह की मिट्टी में आप इस खेती को कर सकते है।

पालक की खेती कैसे की जाती है

इस खेती को करने के लिए बहुत कम पैसे की जरुरत पड़ती है। यह कम पैसो में अधिक फायदा देने वाली फसल है। आप इसकी खेती करने के बाद पांच छः बार कतई कर सकते है। इसके बाद लगभग 10 से 15 दिनों में दोबारा कटाई करने के लिए निकल जाती है। वैसे तो पालक की खेती पूरे साल की जाती है, लेकिन अलग-अलग महीनों में इसकी बुआई करना ज्यादा फायदेमंद होता है। इस तरह किसान इसकी खेती से लाभ उठा सकते है।

कब काटी जाएं फसल

यह भी पढ़े –घरेलु चीजों का इस्तेमाल कर के आप भी दिखना चाहती है खूबसूरत, तो ट्राई करे इन ब्यूटी टिप्स को

पालक की बुवाई करने के बाद लगभग 25 दिनों के बाद जब पत्तियों की लंबाई 15 से 30 सेंटीमीटर तक बढ़ जाये। तो इसकी कटाई करना अच्छा रहता है। आपको यह बात भी याद रखनी है जब आप कटाई करे तब पालक के जड़ों से नहीं निकलना चाहिए। इसके बाद 15 से 20 दिनों के अंतराल से कटाई करते रहना चाहिए। फिर फसल की सिंचाई करना भी जरुरी होता है। इस तरह से आप इस खेती में मुनाफा कमा सकते हैं।

RELATED ARTICLES