Saturday, July 27, 2024
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पूजा पाठ में इस्तेमाल कुमकुम को कैसे बनाया जाता है, जाने कुमकुम और सिंदूर के फर्क को

आप भी जानते होंगे कुमकुम का इस्तेमाल बहुत सी चीजों में किया जाता है। यह पूजा पाठ में हमेशा इस्तेमाल होने वाली चीज है। लेकिन आप इसे बनाने की प्रक्रिया को अछि तक नहीं जानते है। ऐसे बहुत ही ज्यादा शुद्ध माना जाता है। और सिंदूर उसका ही थोड़ा और ज्यादा मॉडिफाइड रूप होता है जिसमें थोड़े से केमिकल्स से मिलकर बनाया जाता है। इसी तरह लिक्विड सिंदूर आदि भी कुमकुम के मुकाबले सब पीछे है और उनके स्किन पर इफेक्ट भी हो सकते है। तो हम आज कुमकुम को बनाने के बारे में जानते है।

कैसे बनाया जाता है कुमकुम

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बिना केमिकल के भी कुमकुम को बनाया जा सकता है। पहला केसर और दूसरा हल्दी। अब क्योंकि केसर बहुत ज्यादा महंगा होता है आप भी जानते है। इसलिए इसमें हल्दी की भी मदद ली जाती है। कुमकुम नेचुरल मटेरियल होता है जिसमें 95% हल्दी को सुखाकर इसका शुद्ध पाउडर निकला जाता है। और 5% लाइम स्टोन का भी कुमकुम में इस्तेमाल किया जाता है।

कुमकुम में लाल रंग

कुमकुम में लाल रंग इसे बनाने के प्रोसेस के ही आता है। हल्दी पाउडर में लाइम को मिला दिया जाता है। और फर इसको सूखने दिया जाता है। अब क्योंकि किसी भी तरह का केमिकल रिएक्शन हल्दी का रंग बदलने के कारण आता है। और लाइम स्टोन पाउडर का pH लेवल हल्दी से बहुत ज्यादा अलग होता है। यह लाल रंग का होता है। ये एक अल्कलाइन सॉल्यूशन बन जाता है जिससे आपको वो गहरे लाल रंग का कुमकुम मिलता है इस तरह कुमकुम को बनाया जाता है।

कुमकुम और सिंदूर में कितना फर्क

बहुत से लोग कुमकुम और सिंदूर को एक सा समझते है। लेकिन यह सभी तरह से अलग – अलग होते है। कुमकुम नेचुरल तरह का होता है। ऐसे लगाने से माथे पर ठंडक सा लगता है। ऐसे लगाने से किसी भी प्रकार की जलन नहीं होती है।

सिंदूर असल में पीले रंग गहरे रंग का होता है। जो हनुमान जी को लगाया जाता है। हालांकि कई लोग लाल रंग के कुमकुम को भी सिंदूर समझ लेते है। लेकिन इनमे बहुत ज्यादा आंतर होता है। सिंदूर भी प्योर और केमिकल वाला दोनों तरह का हो सकता है। मार्किट में मिलने वाले सिंदूर में केमिकल मिलाया जाता है। लेकिन ऐसे कुमकुम से ज्यादा बेहतर माना जाता है।

शुद्ध कुमकुम कैसे होता है

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शुद्ध कुमकुम को केसर मिलकर बनाया जाता है। क्या आप जानते हैं कि मां वैष्णो देवी को केसर की पत्तिया चढ़ाई जाती है। कई जगहों पर ये कुमकुम मिलता है, लेकिन इसकी शुद्धता का पता लगाना थोड़ा बहुत ज्यादा मुश्किल होता है। इस तरह से आप इसका इस्तेमाल पूजा पाठ में हमेशा कर सकते है। यह पूजा में इस्तेमाल होने वाली बहुत लाभकारी चीज होती है।

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